Chamar Ko Kaise Kabu Kare l चमार को काबू कैसे करे सम्पूर्ण जानकारी

हेलो दोस्तो आज के लेख में हम जानेंगे Chamar Ko Kaise Kabu Kare तो अगर आप चमार को काबू में करना चाहते है तो आप बेहद ही सरलता से काबू में कर सकते है पर इसके लिए आपको सही तरीके मालूम होना आवश्यक है अगर आपको Chamar काबू में करने के तरीके पता है और आप उन तरीको को सही ढंग से अपनाते है तो ही चमार आपके काबू में आ सकता है तो आइए चमार जाति के बारे कुछ ऐसी बाते जानते है जिनके बारे में बहुत काम लोग जानते है

चमार हमेशा से एक साहसी समाज रहा है इसलिए हर कोई इन्हें अपने काबू में करने की कोशिश करता है लेकिन फिर लोग इन्हें अपने काबू में करने में असफल हो चुके है लेकिन Chamar Ko Kabu Kaise Kare आज के इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे बेहद ही ख़ास तरीको के बारे में बताने वाले है जिससे आप किसी भी चमार को कुछ ही पल में अपने काबू में कर सकेंगे।

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अगर आप चमार को काबू करना चाहते है तो पहले आपको यह जानना जरूरी है की किसी भी व्यक्ति को काबू करना आसान नहीं होता उसके लिए आपको पहले उस व्यक्ति जानना पड़ता उनके साथ कुछ वक्त बिताना होता है उन्हे समझना होता है जिसके बाद आप उन पर काबू पा सकते है अगर आप चमार को काबू करना चाहते है तो इसके लिए आपको

थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी और सही तरीको को अपनाना पड़ेगा जिसके बाद आप चमारों पर काबू पा सकेंगे तो चमार को काबू करने के कुछ निम्न प्रकार के तरीके है जिनके बारे में हम नीचे लेख में जानेंगे तो अगर आप Chamar Ko Kabu करना चाहते है तो इस लेख को अंत तक पढ़े

चमारों का इतिहास

आज भले की चमार शब्द का प्रयोग किसी का अपमान करने के लिए किया जाता है लेकिन क्या आपको पता है की चमार असल में क्षत्रिय हुआ करते थे चमारो का अपने आप के एक गौरव शाली इतिहास रहा है विदेशी आक्रमणकारियो के खिलाफ आवाज उठाने से लेकर भारत की आजादी तक चमारों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है

पर आपको यह जानकर हैरानी होगी की प्राचीन काल में चमार जाति का कही भी वर्णन नहीं किया गया है। तो फिर चमार जाति कैसे अस्तित्व में आई क्यों सूर्यवंशी क्षत्रियो से तालुक रखने वाले लोगो को आज चमार कहा जाता है।

तो आइए जानते हैं चमार शब्द का प्रयोग पहली बार सिकंदर लोथी द्वारा 16वी शताब्दी में किया गया था उस वक्त तुर्की और अफगान के आक्रमण कारियो ने भारत में प्रवेश करना शुरू किया था उस समय पश्चिम बंगाल में चर्मकार वंश का राज हुआ करता था ये इक्ष्वाकु और सूर्यवंशी क्षत्रिय समुदाय से संबंध रखते थे

गौतम बुद्ध,अशोक सम्राट और संत रविदास जी भी इसी वंश के थे एक बार चितोर के राजा राणा सांगा और उनकी पत्नी संत रविदास जी के पास आग्रह लेकर गए और कहा की वो चितौर के राज गुरु बनकर चितौर में निवास करे रविदास जी ने उनका आग्रह स्वीकार किया और चितौर में रहने लगे

इस दौरान रविदास जी की वेख्यान और उनकी रचनाओं ने लोगो को बहुत प्रभावित किया और बड़ी संख्या में लोगो ने रविदास जी को अपना गुरु स्वीकारना शुरू कर दिया वही जब सिकंदर लोथी को यह बात पता चलती है तो वह डर जाता है की सोचते है की कही लोग इस्लाम धर्म की जगह लोग रविदास जी से प्रभावित होना

शुरू न कर दे और इस बात से डरकर सिकंदर लोथी रविदास जी को बंदी बनाकर कारागार में बंद कर दिया गया जहा उन्हें चमड़े के जुड़े बनाने का काम सौंपा गया फिर रविदास जी को कारागार में बंद देख क्षत्रिय लोगो का खून खोल उठा और सभी क्षत्रिय राजाओं ने मिलकर दिल्ली को चारो ओर से घेर लिया

इस तरह लोगो के विद्रोह को देख सिकंदर लोथी ने रविदास जी को रिहा कर दिया लेकिन सन् 1520 में संत रविदास जी का देहांत हो गया और एक बार सिकंदर लोथी का अत्याचार बढ़ने लगा चर्मकार वर्ष के लोगो ने इस्लाम धर्म कबूलने से साफ इंकार कर दिया तब सिकंदर लोथी ने इस वर्ष के सैकड़ों हजारों लोगो को बंदी बनाया

और उन्हे चमड़े के जूते और अन्य चीजे बनाने का काम सौंप दिया गया विदेशी अकर्मण कारियो से पहले भारत में चमड़े के जुड़े अन्य चीजों का प्रयोग नहीं किया जाता था और चमड़े को अशुद्ध माना करते थे

जिसके बाद सिकंदर लोथी ने चमड़े का काम करने वाले क्षत्रिय लोगो का अपमान करने के लिए उन्हे चमार कह कर संबोधित किया चर्मकार लोगो का अपमान करने और इस्लाम धर्म न काबुल करने पर सिकंदर ने क्षत्रिय समुदाय के लोगो बहुत अपमान किया क्षत्रिय लोग हमेशा से ही अपने उसूलों के पक्के माने गए वे न तो सिकंदर के आगे झुके और बही इस्लाम धर्म कुबूल किया इस तरह अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए उन्होंने चमड़े का काम किया और तभी से चमड़े का काम करने वाले लोगो को चमार कहा जाने लगा।

जय माता जी कहकर मिलिए।

अगर आपका कोई दोस्त चमार है या आप उनसे मिले हो तो अपने देखा होगा की वो जब भी मिलते है तो सबसे पहले उनके जुबा से एक ही बात निकलती है जय माता जी जिसके जवाब में आप भी जय माता जी है तो अक्सर चमार जब किसी से मिलते है तो वह भगवान का नाम इसलिए लेते है क्योंकि किसी भी बात को शुरू करने से पहले भगवान का नाम लेने एक पॉजिटिव एनर्जी आती है और चमार लोग हमेशा पॉजिटिव एनर्जी में रहते है जिसके कारण उनके साथ वाले भी पॉजिटिव हो जाते है।

चमार से कभी भी झूठ न बोले

आपको यह बात हमेशा याद रहनी चाहिए की आप कभी भी चमार से झूठ ने बोले क्योंकि चमारों को झूठ सुनना पसंद नही होता चमार एक क्षत्रिय वंश के लोग है इसलिए उन्हें जल्दी गुस्सा आ जाता है और अगर कोई व्यक्ति उनसे झूठ बोलता है या उन्हें धोखा देता है तो चमार उन्हे कभी माफ नहीं करते वह उनमें रुचि रखना कम कर देते है और उन पर विश्वास नही करते है तो अगर आप चमार से दोस्ती करना चाहते है तो आपके लिए यह जानना जरूरी है की आप चमार से कभी भी झूठ न बोले।

धार्मिक बाते करें

अगर आप चमारों का इतिहास जानेंगे तो आपको पता लगेगा की वह एक क्षत्रिय समुदाय के वंश है जो हमेशा से धार्मिक रहे और देवी देवताओं को मानते है और उनकी पूजा करते है अगर आप चमार में को काबू करना चाहते है तो आप उनसे अधिक धार्मिक बाते करे क्योंकि उससे वह खुश होते है आपकी बातो में रुचि दिखाते है तथा आप पर विश्वास करने लगते है।

चमार को सम्मान दे।

जैसा की हम सभी जानते है की सम्मान हर व्यक्ति का अधिकार होता है हर व्यक्ति सम्मान का भूखा होता है उसी तरह चमार भी सम्मान की अपेक्षा करते है क्योंकि वह एक क्षत्रिय समुदाय से थे

जो अपने सम्मान के लिए सिकंदर लोथी के आगे झुके नहीं भले ही वह चमड़े का काम करने लगे जिसके लिए उन्हें चमार का दर्जा दिया गया लेकिन उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया और अपने सम्मान के खातिर खड़े रहे तो अगर आप चमार को दोस्त बनाना चाहते है तो आपको चमार को सम्मान देना इससे वह बेहद खुश होते है

दुश्मन की तारीफ़ न करें

आप अगर चमार को काबू करना चाहते है तो यह बात हमेशा याद रखे की इनके सामने कभी भी दुश्मनों की तारीफ न करे क्योंकि चमार को अपने दुश्मन की तारीफ सुनना पसंद नही होता और अगर आप उनके सामने दुश्मनों की तारीफ करते है तो इससे वह बेहद जल्दी गुस्सा हो जाते है। तो अगर आपका कोई दोस्त चमार है या आप उनसे दोस्ती करना चाहते है तो हमेशा उनके सामने दुश्मनों का नाम लेने से बचे

क्योंकि हमेशा हर इंसान का कोई न कोई दुश्मन जरूर रहता है जो उन्हे पसंद नही होता और अगर आप उनके सामने उनके दुश्मन की तारीफ करते है तो इससे किसी भी व्यक्ति को गुस्सा आ सकता है तो हमेशा याद रखे की चमार हो या कोई भी व्यक्ति हो उनके सामने उनके दुश्मन की तारीफ न करे।

चमार से बहस न करें

यह बात आपको हमेशा याद रखनी चाहिए की आप चमार के साथ बहस न करे क्योंकि किसी चमार से साथ बहस करने का मतलब है मुसीबत मोल लेना। चमार एक क्षत्रिय समुदाय के वंश इसलिए इन्हे गुस्सा बहुत जल्दी आता है

जिसके बाद इनका खुद पर काबू नही रहता और वो आपको नुकसान पहुंचा सकते है जिससे आपके रिश्ते भी खराब हो सकते है। चमार बहुत ही बुद्धिमान होते है और हर बात याद रखते है तो अगर आप उनसे बहस करते है तो वो चीज उन्हे याद रहती है और मौका मिलने पर वह पूरा हिसाब करते है इसलिए हमेशा याद रखे की चमार से बहस करना मुसीबत मोल होता है

चमार के सामने महिलाओं को सम्मान दे

चमार हमेशा से महिलाओं का सम्मान करते है और अगर उनके सामने कोई महिलाओ का अपमान करता है या महिलाओ के बारे में गलत सलत बोलता है तो ये चीज चमार कभी बरदास नही करते और उसी वक्त वह गुस्सा हो जाते है जिसके बाद उनको काबू करना असंभव हो जाता है

क्योंकि चमार हर स्त्री को अपनी मां और बहन के नजरो से देखते है और वह चाहते है उनके साथ रहने वाले व्यक्ति भी उनकी तरह ही हो इसलिए अगर आप चमार को काबू करना चाहते है

तो हमेशा स्त्रियों को सम्मान दे और उनके द्वारा किया गए कार्यों की सराहना करे इससे चमार बहुत प्रभावित होते है और आपको अपना करीबी मानने लगते है जिसके बाद आप उन पर काबू पा सकते है

तो यह कुछ सरल तरीके है जिनको अगर आप सही तरह से अपनाते है तो जल्द ही चमार पर काबू पा सकते है ऐसा इसलिए है क्योंकि अक्सर इन्ही तरीको को अपनाकर लोग कम से कम वक्त में चमार के करीबी बन जाते है और उन्हे अपने काबू में कर सकते है

FAQs

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निष्कर्ष

आज आपने सीखा Chamar Ko Kaise Kabu Kare तथा चमार को काबू करने के क्या तरीके है में उम्मीद करता हु की इस लेख बताई गयी जानकारी आपके लिए मददगार होगी आशा है की आप इस लेख में जिन प्रशनो के उत्तर जानने के लिए आये थे उन सभी सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिला होगा

मेरी हमेशा से यह कोशिश रहती है आप जिस उम्मीद से हमारे लेख पर आते है जिन सवालों के जवाब जानने के लिए आते है वह सभी जानकारी आपको विस्तारपूर्वक बता सकू

इसलिए आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और यदि इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में कोई सवाल है तो कमेंट के द्वारा हमें जरूर बताएं।

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